400 साल बाद बन रहे पुष्य योग में धन प्राप्ति के करें यह सफल उपाय
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400 साल बाद बन रहे पुष्य योग में धन प्राप्ति के करें यह सफल उपाय
400 साल बाद बन रहे पुष्य योग में धन प्राप्ति के करें यह सफल उपाय
हर कोई व्यक्ति अपने जीवन में सुख संपत्ति ऐश्वर्य की कामना करता है और इसकी प्राप्ति के लिए तरह-तरह के उपाय को करता रहता है यह उपाय ही व्यक्ति के जीवन की उथल-पुथल को एक स्थाई लाभ प्रदान करने के लिए किए जाते हैं जिससे उनका मनोबल भी बढ़ता है और आर्थिक तंगी भी दूर होती है तो इसी प्रकार से पुष्य नक्षत्र में भी किए जाने वाले इन उपायों से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त की जा सकती है यह उपाय अत्यंत सरल है और प्रत्येक व्यक्ति को करके इसके लाभ को प्राप्त करके अपने जीवन को सुचारू रूप से चलने के लिए मां का आशीर्वाद प्राप्त अवश्य ही करना चाहिए
पुष्य नक्षत्र एक अद्भुत संयोग है इस बार का पुष्य नक्षत्र 400 साल के बादएक अद्भुत संयोग लेकर आ रहा है इस समय किए गए उपायअत्यंत चमत्कारिक प्रभाव देते हैं
पुष्य नक्षत्र कर कब से शुरू हो रहा है ?
पुष्य नक्षत्र योग 4 नवंबर शनिवार को सुबह7:58 बजे से शुरू हो रहा है और यह अगले दिन रविवार पांच नवंबर सुबह10:30 बजे तक रहेगा
5 नवंबर को पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी है इस दिन राधा जयंती भी मनाई जा रही है
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1-पुष्य नक्षत्र का महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुष्य नक्षत्र अत्यंत अत्यधिक महत्वपूर्ण नक्षत्र माना जाता है इस दिन शुभ कार्य विवाह को छोड़कर अन्य समस्त किए गए कार्यों में अत्यधिक फलदाई सिद्ध होते हैं इस दिन कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है वहां सोना ,चांदी,घर या किसी भी प्रकार की स्थाई संपत्ति को खरीदा जा सकता है इस दिन किए जाने वाले कार्य अथवा उपाय सर्वाधिक सिद्ध होते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है
2-पुष्य नक्षत्र के दिन जो भी व्यक्ति उपवास रख करके पूजन करते हैं उन्हें अतिरिक्त पुण्य प्राप्त होता है और इस दिन व्यापार में भी खाते-लेखन सामग्री शुभ मुहूर्त पर रखने सेऔर स्थापित करने से स्थाई लक्ष्मी मां की कृपा बनी रहती है
3-पुष्य नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी के मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए ,जो भी सरल पद्धति से ही अगर आप पूजा पाठ जानते हैं उसे अवश्य करना चाहिए और मन से कृपा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करते रहना चाहिए
4-इस दिन लक्ष्मी सूक्त का पाठ भी किया जा सकता है जिससे अद्भुत फलों की प्राप्ति होती है और मां के विशेष कृपा बनी रहती है
5- सूर्य के दिन शनि के साथ नक्षत्र पुष्य का होना अमृत समान तुल्य होता है रवि पुष्य नक्षत्र का राजा माना जाता है पुष्य नक्षत्र का संयोग एक वर्ष में एक या दो बार आता है और यह अत्यधिक शुभकारी होता है
6-कहा जाता है कि रवि पुष्य नक्षत्र में अगर एकाक्षी नारियल का विधि विधान से पूजा करके उसे स्थापित किया जाए तो इससे मां लक्ष्मी घर में धन और वैभव बनाए रखती हैं और जीवन पर्यंत तक स्थाई लक्ष्मी का आपके जीवन में वास रहता है
7- व्यापार वृद्धि के लिए रवि पुष्य नक्षत्र में एक मोती शंख स्थापित करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है
8- रविपुष्य नक्षत्र के दिन शुभ मुर्हूत में अपने सामने थाली में चंदन या कुंकुम से अष्ट दल बनाकर उस पर इस नारियल को रख दें और अगरबत्ती व दीपक लगा दें।
अब नारियल की मां लक्ष्मी के समक्ष पूजा करके उसे स्थापित करने के लिए शुद्ध जल से स्नान कराकर इस नारियल पर फूल, चावल, फल, प्रसाद आदि रखें। और एकाग्र मन के साथ मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए इस मंत्र का उच्चारण करें,ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं महालक्ष्मीं स्वरूपाय एकाक्षिनालिकेराय नम: सर्वसिद्धि कुरु कुरु स्वाहा।
और अगर आप इस मंत्र का उच्चारण नहीं कर पा रही है तो आप सरल भाषा में ओम श्रीं महालक्ष्म्यै नमः का जाप भी कर सकते हैं
९-मां लक्ष्मी का एक सरल उपाय यह है कि अगर रवि पुष्य नक्षत्र में गाय माता को गुड़ की रोटी खिलाई जाए तो इससे मां लक्ष्मी अत्यधिक प्रसन्न होतीहैं साथ ही साथ मान-सम्मान में वृद्धि होती है
१०-रवि पुष्य नक्षत्र में अगर सूर्य भगवान की उपासना की जाती है तो इससे सूर्य देव भी बहुत प्रसन्न होते हैं सूर्य देव को जल चढ़ाना,सूर्य मंत्र का जाप करना,श्री आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना भी उत्तम माना जाता है
११-रवि पुष्य नक्षत्र वाले दिन ही अगर तांबे का बना हुआ श्री यंत्र घर में स्थापित किया जाए अथवा चांदी का बना हुआ स्थापित करते हैं और उसको गंगाजल से साफ करके पूजा-पाठ, धूप – दीप अगरबत्ती और मां लक्ष्मी के मंत्रो और श्री सूक्त का पाठ मां लक्ष्मी के समक्ष किया जाए तो इससे मां लक्ष्मी की स्थाई कृपा आप पर बनी रहती है
१२-कहां जाता है कि रवि नक्षत्र में यदि कोई व्यक्ति शंख-पुष्पी की जड़ को चांदी की डिब्बी में भरकर भली भांति पूजा इत्यादि करकेउसे अपने धन स्थान पर रखता हैतो उसके घर में सदैव धन का आगमन बना रहता है
१३- इस दिन मां लक्ष्मी के समक्ष सुबह और शाम घी का दीपक जला करके पूजा अर्चना और आरती करने से मन अत्यधिक प्रसन्न होती हैऔर यह क्रिया आप अपने दैनिक जीवन में अपना करके मन की कृपा स्थाई रूप से प्राप्त कर सकते हैं
१४-इस नक्षत्र में अगर एक तांबे की लोटी में जल भरकर थोड़ी सी हल्दी डाल दी जाए और पूजा संपन्न करने के पश्चात अगर इस जल को घर के प्रत्येक कोने में छिड़क दिया जाए चाहे वह घर के बाहर हो या घर के अंदर किसी भी कोने में तो इससे भी मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है
१५-आज ही के दिन अगर एक तांबे की कटोरी में चावल भरकर रखा जाए और उसे चावलों में चांदी का सिक्का या साधारण सिक्का भी रख सकते हैं और उसमें एक या दो तेज पत्ते डालकर के उसे घर की ईशान कोण में अगर रखा जाता है तो इससे भी घर में संपत्ति, धन ,सुख- सुविधाओंऔर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है
आज के दिन ही शाम को पूजा करते समय अगर एक तेज पत्ते पर अपनी मनोकामना लिखी जाए और उसे मां के समक्ष रखा जाए तो इससे भी आपकी मनोकामना सिद्ध होती है