NAVRATRI 2024 अर्गला स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Argala Stotram In Hindi
NAVRATRI 2024 अर्गला स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Argala Stotram In Hindi
NAVRATRI 2024अर्गला स्तोत्र में माता रानी से यह प्रार्थना की गई है की मां उन्हें सभी प्रकार के ऐश्वर्य ,सुख- संपत्ति प्रदान करके शत्रुओं का नाश करें और ऐसी मां से संपूर्ण जीवन में सौभाग्य बना रहे, ऐसी प्रार्थना की गई है|
NAVRATRI 2024 मार्कण्डेय जी कहते हैं जयंती,मंगल,काली,भद्रकाली,कपालिनी,दुर्गा, क्षमा ,शिवा, ,स्वधा,इन नाम से प्रसिद्ध देवी मैं तुम्हें नमस्कार करता हूं|
NAVRATRI 2024 हे देवी तुम्हारी जय हो,प्राणियों के संपूर्ण दुख हरने वाली तथा सब में व्याप्त रहने वाली देवी, तुम्हारी जय हो ,कालरात्रि देवी, तुम्हें नमस्कार है मधु और कैटभ का वध करने वाली, ब्रह्मा को वरदान देने वाली देवी तुम्हें नमस्कार है| तुम मुझेरूप दो,जय दो ,यश दो और काम क्रोध आदि शत्रुओं का नाश का नाश करने वाली तथा भक्तों को सुख देने वाली देवी, तुम्हें नमस्कार है| तुम मुझे सुंदर रूप दो, विजय दो और मेरे शत्रुओं को नष्ट करो| NAVRATRI 2024 हे रक्त बीज का वध करने वाली ,चंड -मुंड को नाश करने वाली तुम मुझे रूप दो ,जय दो यश दो और काम -क्रोध आदि शत्रुओं का नाश करो ,हे शुंभ -निशुंभ तथा धूमाक्ष्र राक्षस का मर्दन करने वाली देवी,मुझको स्वरूप दो, विजय दो यश दो और मेरे शत्रुओं का नाश करो| हे पूजत युगल चरणों वाली देवी के संपूर्ण सौभाग्य प्रदान करने वाली देवी, तुम मुझे रूप दो, जय दो यश दो और काम- क्रोध आदि शत्रुओं का नाश करो,हे देवी तुम्हारे रूप और चरित्र अमृत है|
NAVRATRI 2024 तुम सब शत्रुओं का विनाश करने वाली हो, मुझे रूप दो जय दो और काम- क्रोध आदि शत्रुओं का नाश करो,पापों को दूर करने वाली चण्डिके , संसार में जो भक्ति से तुम्हारा पूजन करते हैं उनको तुम रूप तथा विजय और यश दो और उनके शत्रुओं का नाश करो|
NAVRATRI 2024 रोगों का नाश करने वाली चण्डिके, जो भक्ति पूर्वक तुम्हारी पूजा करते हैं उन्हें रूप दो ,जय दो, यश दो और उनके शत्रुओं का नाश करो|
NAVRATRI 2024 हे चण्डिके, “इस संसार में जो भक्त से तुम्हारी पूजा करते हैं उनको तुम रूप विजय और यश दो तथा उनके शत्रुओं का नाश करो “हे देवी, मुझे सौभाग्य दो, आरोग्य दो परम सुख दो, रूप दो ,जय दो, यश दो और मेरे काम -क्रोध आदि शत्रुओं का नाश करो|
NAVRATRI 2024 हे देवी जो मुझे बैर रखते हैं उनका नाश करो और मुझे अधिक बल प्रदान कर रूप जाए यश दो और मेरे शत्रुओं का संघार करो|
NAVRATRI 2024 हे देवी, “मेरा कल्याण करोऔर मुझे उत्तम संपत्ति प्रदान करो रूप जय यश दो और काम -क्रोध आदि शत्रुओं का नाश करो|
हे देवता तथा राक्षसों के मुकुट-रत्नो से स्पर्श किए हुए चरणों वाली देवी, हे अम्बिके , मुझे स्वरूप दो, विजय दो, यश दो और मेरे शत्रुओ का नाश करो और हे देवी,अपने भक्तों को विद्वान, कीर्तिवान और लक्ष्मीवान बना और उन्हें रूप दो जय दो यश दो और उनके शत्रुओं का नाश करो, यह प्रचंड दैत्यो का अभियान का नाश करने वाली चण्डिके,” मुझे शरणागत को रूप दो जाए , शत्रुओं का नाश करो” हे चार भुजाओं वाली, हे ब्रह्मा द्वारा प्रशंसक परमेश्वरी मुझे रूप दो ,जय दो, यश दो , मेरे क्रोध आदि शत्रुओं को नष्ट करो|
NAVRATRI 2024 हे प्रचंड दैत्यो का अभियान का नाश करने वाली चण्डिके , मुझ शरणागत को रूप दो,जय दो,रूप दो, हमेशा शत्रुओं का नाश करो ,यह चार भुजाओं वाली,हे ब्रह्मा द्वारा प्रशंसित परमेश्वरी ,मुझे रूप दो,जय दो | यह तो मेरे क्रोध आदि शत्रुओं को नष्ट करो निरंतर भक्ति से भगवान विष्णु से सदा स्तुति की हुई, अंबिके, मुझे रूप दो | जय दो | हमारे शत्रुओं को नष्ट करो|
NAVRATRI 2024 हिमाचल कन्या पार्वती के भगवान शंकर से स्तुति की हुई हे परमेश्वरी, “मुझे रूप दो जय दो , यश दो , मेरे शत्रुओं का नाश करो| इंद्राणी के पति के द्वारा सद्भाव से पूजित होने वाली परमेश्वरी ,”तुम मुझे रूप दो, जय दो और यश दो और काम- क्रोध आदि शत्रुओं को नष्ट करो| प्रचंड भुदंड के घमंड को नष्ट करने वाली, मुझे रूप दो ,जय दो , यश जो, हमारे शत्रुओं का नाश करो हे, देवी तुम अपने भक्तों को सदा असीम आनंद देती हो| मुझे रूप दो, जय दो, मेरे काम-क्रोध आदि शत्रुओं को नष्ट करो हे देवी मेरे इच्छा अनुसार चलने वाली स्त्री मुझे प्रदान करो जो कि संसार सागर से तारने वाली हो, तो उत्तम कुल में उत्पन्न हुई हो|
NAVRATRI 2024 जो मनुष्य स्त्रोत का पाठ करता है और फिर सप्तशती रूप महा स्त्रोत का पाठ करता है वह सप्तशती संख्या के समान श्रेष्ठ फल को प्राप्त होता है और उसके साथ ही उसे प्रचुर धन संपत्ति भी प्राप्त होता है| NAVRATRI 2024